न होने दो खंडहर न होने दो खंडहर
मेरा भारत महान , इसी जुमले से है इसकी पहचान , मेरा भारत महान , इसी जुमले से है इसकी पहचान ,
"कुछ न होने जैसे इस होने पर तरंगित होना चाहता हूँ" "कुछ न होने जैसे इस होने पर तरंगित होना चाहता हूँ"
तूफानों से लड़कर आते , पत्थर के प्रहार भी सहते नमन भारत के लाल को जो वारे देश पर शरी तूफानों से लड़कर आते , पत्थर के प्रहार भी सहते नमन भारत के लाल को जो वार...
बेइंतेहा मोहब्बत करने की गुस्ताखी की है हमने, तुझे खुद से भी ज्यादा चाहने की कोशिश की बेइंतेहा मोहब्बत करने की गुस्ताखी की है हमने, तुझे खुद से भी ज्यादा चाहने की ...
भूल बैठे हैं वो अंधकार में ही ज़्यादा होती है उम्मीद सुबह के होने की। भूल बैठे हैं वो अंधकार में ही ज़्यादा होती है उम्मीद सुबह के होने की।